"जेएनयू प्रसंग"
(निःशुल्क शिक्षा की दरकार है देश को)
राष्ट्र को चहुंमुखी समृद्ध करना है,इसकी ख्याति दूर-दूर तक पहुंचाना है, विश्व गुरु बनाना है, तब हमें अच्छे शिक्षित डॉक्टर, इंजीनियर,राजनीतिज्ञ, फिलॉसफर, इतिहासविद, अर्थशास्त्री पैदा करना होगा और ऐसे लोग केवल शिक्षा से ही संभव है जब राष्ट्र का गौरव शिक्षा से ही संभव है,तब शिक्षा को प्राइमरी से लेकर डिग्री स्तर तक निशुल्क क्यों नहीं किया जा सकता ? क्या हम राष्ट्र के गौरव को नहीं बढ़ाना चाहते ? यदि हमारी नियत ठीक है तो हम अन्य मदों से कटौती करके राष्ट्र के गौरव को बढ़ाने वाली शिक्षा के लिए इतना तो कर ही सकते हैं।(गुलज़ार सिंह मरकाम राष्ट्रीय संयोजक गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन)
(निःशुल्क शिक्षा की दरकार है देश को)
राष्ट्र को चहुंमुखी समृद्ध करना है,इसकी ख्याति दूर-दूर तक पहुंचाना है, विश्व गुरु बनाना है, तब हमें अच्छे शिक्षित डॉक्टर, इंजीनियर,राजनीतिज्ञ, फिलॉसफर, इतिहासविद, अर्थशास्त्री पैदा करना होगा और ऐसे लोग केवल शिक्षा से ही संभव है जब राष्ट्र का गौरव शिक्षा से ही संभव है,तब शिक्षा को प्राइमरी से लेकर डिग्री स्तर तक निशुल्क क्यों नहीं किया जा सकता ? क्या हम राष्ट्र के गौरव को नहीं बढ़ाना चाहते ? यदि हमारी नियत ठीक है तो हम अन्य मदों से कटौती करके राष्ट्र के गौरव को बढ़ाने वाली शिक्षा के लिए इतना तो कर ही सकते हैं।(गुलज़ार सिंह मरकाम राष्ट्रीय संयोजक गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन)
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