"दो वोट के अधिकार का सामाजिक रूप से उपयोग संभव है" पूना पैक्ट मैं गांधी के द्वारा की गई धूर्तता पूर्ण छल कपकपट दो वोट के अधिकार से वंचित किया जाना,को संसद,विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव घोषणा के साथ दो वोट के प्रयोग का रिहर्सल करके गांधी की कपटता का जवाब दिया जा सकता है। यथा चुनाव घोषणा के साथ ही निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित मतदान तिथि और नामांकन के पूर्व अनुसूचित वर्गो द्वारा आसन्न चुनाव में भाग लेने वाले इच्छुक प्रतिभागियों के बीच प्रथम "एक वोट" का सामाजिक मतदान की व्यवस्था करके सबसे अधिक मत प्राप्त करने वाले प्रत्याशी को ही मुख्य चुनाव में प्रत्याशी बनाया जाये तथा उसे ही समुदाय द्वारा "दूसरा वोट" से मतदान करने की अपील हो । ऐसा करने से किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में आपका प्रत्याशी ही विजयी हो सकता है। अनुसूचित वर्गों द्वारा इस तरह का किया गया प्रयास गांधी को पूना पेक्ट का उचित जवाब होगा। --गुलजार सिंह मरकाम (gska)