सत्ताधारी दलों से तालमेल नहीं ? गोंगपा मध्यप्रदेश में छोटे दलो के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बना रही है ।
भोपालः मध्यप्रदेश में आसन्न 2013 के चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक र्पािर्टयां गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का वोट बैंक बन चुके आदिवासी को गुमराह करने में लगी हुई हैं । कांग्रेस और भाजपा जैसे सत्ताधारी दल राजनीतिक दलालों के माध्यम से गोंगपा का कांग्रेस से तालमेल के संबंध में चर्चा की बात करके आदिवासियों का गोंगपा से मोहभंग कराने का शडयंत्र रच रहीं है। ताकि आदिवासी वोटर दिग्भ्रमित हो! गोंगपा इन दलो से समज्ञौता नहींकरेगी । जहां तक पार्टी तालमेल नीति का प्रश्न है तो गोंगपा ने छत्तीसगढ में सत्ताधारी दलो को छोडकर स्थानीय छेत्रीय दलों का मोर्चा से तालमेल कर चुनाव लडने का कार्यक्म घोशित कर चुकी है । इसी तरह मध्यप्रदेश में भी सत्ताधारी दलो को छोडकर स्थानीय छेत्रीय दलों से जो कि प्रदेश में गोंगपा द्वारा घोशित आदिवासी मुख्यमंत्री का समर्थन करता है के साथ तालमेल बनाकर चुनाव लडेगी । जिन सत्ताधारी दलो ने आदिवासी राजनीति को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया है एैसे दलों से आदिवासीयों का मोहभंग हो चुका है ये अब पीछे नहीं मुडना चाहते । गोंगपा इन्हें संगठित कर रही है ताकि आदिवासी बहुल मध्यप्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री का सपना पूरा हो सके ।
गुलजार सिंह मरकाम
राश्टीय उपाध्यक्ष
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी
मो0 09329004468
मध्यप्रदेश के गोन्ड बहुल जिला और मध्य काल के गोन्डवाना राज अधिसत्ता ५२ गढ की राजधानी गढा मन्डला के गोन्ड समुदाय में अपने गोत्र के पेन(देव) सख्या और उस गोत्र को प्राप्त होने वाले टोटेम सम्बन्धी किवदन्तिया आज भी यदा कदा प्रचलित है । लगभग सभी प्रचलित प्रमुख गोत्रो की टोटेम से सम्बन्धित किवदन्ति आज भी बुजुर्गो से सुनी जा सकती है । ऐसे किवदन्तियो का सन्कलन और अध्ययन कर गोन्डवाना सन्सक्रति के गहरे रहस्य को जानने समझने मे जरूर सहायता मिल सकती है । अत् प्रस्तुत है मरकाम गोत्र से सम्बन्धित हमारे बुजुर्गो के माध्यम से सुनी कहानी । चिरान काल (पुरातन समय) की बात है हमारे प्रथम गुरू ने सभी सभी दानव,मानव समूहो को व्यवस्थित करने के लिये अपने तपोभूमि में आमंत्रित किया जिसमें सभी समूह आपस में एक दूसरे के प्रति कैसे प्रतिबद्धता रखे परस्पर सहयोग की भावना कैसे रहे , यह सोचकर पारी(पाडी) और सेरमी(सेडमी/ ्हेडमी) नात और जात या सगा और सोयरा के रूप मे समाज को व्यवस्थित करने के लिये आमन्त्रित किया ,दुनिया के अनेको जगहो से छोटे बडे देव, दानव ,मानव समूह गुरू के स्थान पर पहुचने लगे , कहानी मे यह भी सुनने को मिलत...
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