"सियासत और सियासती"
हुकूमत क्या नहीं करती जरा एक बानगी देखो
कथित नक्सलवादी बने स्कूली बच्चों को देखो ।
जहां जिन्दों को कागजो में मार देते हैं ।
मरों के नाम से भी कई कारोबार चलते हैं ।
सियासत ठीक है सियासत भी जरूरी है ।
पर सियासी लोग ही सब उल्टे सीधे काम करते हैं ।
जेल से लोग भागे थे या भगाये गये होंगे
प्रहरी भी शायद सूली पर चढाये गये होंगे
फर्क पडता नहीं की ये मरा या वो मरा होगा ।
सियासत के लिये ये खेल से बढकर नहीं होता
कोई चाहेगा कि देश में हो बेवजह दंगा
सियासी हमाम में झांको तो हर कोई दिखे नंगा ।
हुकूमत क्या नहीं करती जरा एक बानगी देखो
कथित नक्सलवादी बने स्कूली बच्चों को देखो ।
जहां जिन्दों को कागजो में मार देते हैं ।
मरों के नाम से भी कई कारोबार चलते हैं ।
सियासत ठीक है सियासत भी जरूरी है ।
पर सियासी लोग ही सब उल्टे सीधे काम करते हैं ।
जेल से लोग भागे थे या भगाये गये होंगे
प्रहरी भी शायद सूली पर चढाये गये होंगे
फर्क पडता नहीं की ये मरा या वो मरा होगा ।
सियासत के लिये ये खेल से बढकर नहीं होता
कोई चाहेगा कि देश में हो बेवजह दंगा
सियासी हमाम में झांको तो हर कोई दिखे नंगा ।
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