गोंडवाना आन्दोलन के लम्बे संघर्श ने राष्टीय स्तर पर महत्वपूर्ण पहचान स्थापित की है । जिसे सारे देश में सभी गोंडियन मूलनिवासी आदिवासी तो नहीं, पर कम से कम गोंड और उसकी समस्त उपजातियां अंगीकार कर चुकी हैं । इस पहचान को व्यक्तिगत राजनीति सरोकारों से उपर उठकर सम्मान मिल रहा है । यह आन्दोलन की आरंभिक सफलता का दयोतक है । यह पहचान अमर रहे ! 1.सल्ला गांगरा पडापेन शक्ति प्रतीक एवं कोया पुनेम 2.गुरू पहांदी पारी कुपार लिंगो, जंगो दायी 3.सप ्त रंगी पुनेम ध्वजा 4.पीला साफा 5.जय सेवा जय जोहार जय पडापेन जय गोंडवाना का अभिवादन 6.गज सोडुम राज चिन्ह 7. गोंडवाना लेण्ड मानचित्र 8.राजा रावेन सहित चुनिंदा महान इतिहास पुरूष 9.चुनिंदा स्वतंत्रता आन्दोलन के अमर शहीद एवं वीरांगनायें 10.प्रकृतिवादी विचारधारा का प्रवाह जिसमें पुनेमी अनुष्ठान, नृत्य, गायन वादन, कला, चित्रकला स्तुति, अराधना आदि 11. गोंडियन विचारधारा का साहित्य काव्य संग्रह आदि ( गुलजार सिंह मरकाम)