"जनता का टेक्स से भरा खजाना और जनता पर ही एहसान जताना"
भारत भूमि में जितने खनिज,वन और जल संसाधन हैं,इनसे प्राप्त राजस्व तथा आम नागरिक से प्राप्त टेक्स से हमारे देश का खजाना भरता है, देश प्रदेश की किसी की भी पार्टी की सरकार बने , ये जो रेवड़ी बांटने का काम हो रहा है क्या पार्टियां अपने पार्टी फंड से देती है, कतई नहीं ये सब जनता के खून पसीने की राशि है, इसलिए पार्टी और सरकारें इनका एहसान जनता के ऊपर लादने की बात करती है,जो सरासर बेईमानी है, इसे गहराई से, समझें और पार्टियों की घोषणा और संकल्प से प्रभावित न हों बल्कि सरकार से प्रश्न करें कि केंद्र और राज्य सरकारें इतने वर्षों तक क्या कर रही थी जो अब देने की बात कर रही हैं। -गुलजार सिंह मरकाम
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