चैत्र से नव वर्ष प्रारंभ मूलनिवासी गैर हिन्दू का या सनातनी मनुवादी हिंदुओं ?
यदि हिंदुओं का होता तो बामन बनिया राजपूतों के नाम चैतू,चेतराम चैती,बैसाखू बैसाखी अषाढू सवनू सवनी,भदिया भद्दू ,कार्तिक कतिये,अघनूअघनी ,पूसू पुसिया माहू माहे फागू फगनी, जैसे उपयोग में आते परन्तु उनके कथित गृंथों में ऐसे नाम नहीं मिलते, परन्तु मूलनिवासियों के अधिकांश परंपरागत पुराने नामकरण इसी के इर्द-गिर्द होते थे, इससे यही निष्कर्ष निकलता है कि चैत्र नव वर्ष का संबंध मूलनिवासी परंपराओं का हिस्सा है ना कि हिंदुओं का ! - गुलजार सिंह मरकाम (gska)
Comments
Post a Comment