आज 17-7-2017 है,देश में एक बार फिर एक रबर स्टैंप पर स्टैंप लगेगी । जो आदिवासियों के संरक्षक के बतौर नामित है और आदिवासी हित की असीम शक्ति लिये बैठता है, पर उस शक्ति का आज तक किसी रबर स्टैंप ने आदिवासी हित में कभी उपयोग नहीं किया, आदिवासी मर रहा है, आदिवासी की जमीन छिन रही है, हमारा संरक्षक उस समय सो रहा होता है । क्या यह भी वही करेगा जो पहले से होता आया है । यदि हां तो हमारा आदिवासी कुटुम्ब परिवार अपना संरक्षक खुद तय करेगा चुना, हुआ जनप्रतिनिधि नहीं ।-gsmarkam
आज 17-7-2017 है,देश में एक बार फिर एक रबर स्टैंप पर स्टैंप लगेगी । जो आदिवासियों के संरक्षक के बतौर नामित है और आदिवासी हित की असीम शक्ति लिये बैठता है, पर उस शक्ति का आज तक किसी रबर स्टैंप ने आदिवासी हित में कभी उपयोग नहीं किया, आदिवासी मर रहा है, आदिवासी की जमीन छिन रही है, हमारा संरक्षक उस समय सो रहा होता है । क्या यह भी वही करेगा जो पहले से होता आया है । यदि हां तो हमारा आदिवासी कुटुम्ब परिवार अपना संरक्षक खुद तय करेगा चुना, हुआ जनप्रतिनिधि नहीं ।-gsmarkam
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