"तानाशाही सत्ता के विरूद्ध चहुंमुखी हमला हो"
देश की व्यवस्था लगातार बिगडती जा रही है । भारत देश के पूंजीपतियों की पूंजी विदेशों की अर्थव्यवस्था को संवार रही है । पूंजीपतियो के आलीशान भवन और एडवांस टेक्नॉलाजी के कल कारखाने विदेशी नागरिकों को रोजगार मुहैया कर रहे है । विदेशी सरकारें प्रवासियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं ! क्या भारत देश के खनिज और प्राक्रतिक संसाधन विदेशों को विकसित करने के लिये बने हैं ? जरा सोचो आज का सत्ताधारी सत्ता के मद में अंग्रेजी सरकार की तरह वर्ताव करने लगी है । मानव हित और मूलनिवासियों के हित मे बने संविधान के कानूनों में लगातार छेडखानी की जाने लगी है । मूलनिवासियों की लगातार जागरूकता के कारण, सत्ता जाने के भय से तानाशाही रवैया अपनाने लगी है । इसलिये देश के मूलनिवासियों को व्यवस्था परिवर्तन के लिये सम्पूर्ण क्रांति के शंखनाद की आवश्यकता है । अत: आईये देश के सभी मूलनिवासी संगठन बिना कोई भेदभाव के समग्र क्रॉति का प्रथम संखनाद करते हुए १ अप्रेल से संसद घेराव तथा २अप्रेल २०१८ को भारत बंद करके आजादी की लडाई का नींव रखें -gsmarkam
देश की व्यवस्था लगातार बिगडती जा रही है । भारत देश के पूंजीपतियों की पूंजी विदेशों की अर्थव्यवस्था को संवार रही है । पूंजीपतियो के आलीशान भवन और एडवांस टेक्नॉलाजी के कल कारखाने विदेशी नागरिकों को रोजगार मुहैया कर रहे है । विदेशी सरकारें प्रवासियों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं ! क्या भारत देश के खनिज और प्राक्रतिक संसाधन विदेशों को विकसित करने के लिये बने हैं ? जरा सोचो आज का सत्ताधारी सत्ता के मद में अंग्रेजी सरकार की तरह वर्ताव करने लगी है । मानव हित और मूलनिवासियों के हित मे बने संविधान के कानूनों में लगातार छेडखानी की जाने लगी है । मूलनिवासियों की लगातार जागरूकता के कारण, सत्ता जाने के भय से तानाशाही रवैया अपनाने लगी है । इसलिये देश के मूलनिवासियों को व्यवस्था परिवर्तन के लिये सम्पूर्ण क्रांति के शंखनाद की आवश्यकता है । अत: आईये देश के सभी मूलनिवासी संगठन बिना कोई भेदभाव के समग्र क्रॉति का प्रथम संखनाद करते हुए १ अप्रेल से संसद घेराव तथा २अप्रेल २०१८ को भारत बंद करके आजादी की लडाई का नींव रखें -gsmarkam
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