"स्त्री शूद्रो न धीय्ताम"
हवाई यात्रा में हाई प्रोफाइल लोग चलते हैं इसलिए वहां एयर होस्टेज कुंवारी और सुंदर लड़कियों की भर्ती की जाती है जहां योग्यता में मानक सुंदरता को प्राथमिकता है ,प्राइवेट सेक्टर के किसी भी संस्था में खूबसूरत जवान लड़कियों को रिसेप्शनिस्ट बनाया जाता हैं बीयर बार से लेकर हर जगह (शासकीय दफ्तरों/संस्थाओं) को अपवाद स्वरूप
छोड़ दी जाए तो वहां भी यही काम होता है यह किस मानसिकता का परिचायक है, क्या यह स्त्री और पुरुष के बीच भेदभाव का उदाहरण नहीं । इसकी नींव मनुस्मृति काल से डाली गई है जिसे कोई भी हटाना नहीं चाहता।इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस की आवश्यकता है।
(गुलजार सिंह मरकाम रासंगोंसक्रांआं)
हवाई यात्रा में हाई प्रोफाइल लोग चलते हैं इसलिए वहां एयर होस्टेज कुंवारी और सुंदर लड़कियों की भर्ती की जाती है जहां योग्यता में मानक सुंदरता को प्राथमिकता है ,प्राइवेट सेक्टर के किसी भी संस्था में खूबसूरत जवान लड़कियों को रिसेप्शनिस्ट बनाया जाता हैं बीयर बार से लेकर हर जगह (शासकीय दफ्तरों/संस्थाओं) को अपवाद स्वरूप
छोड़ दी जाए तो वहां भी यही काम होता है यह किस मानसिकता का परिचायक है, क्या यह स्त्री और पुरुष के बीच भेदभाव का उदाहरण नहीं । इसकी नींव मनुस्मृति काल से डाली गई है जिसे कोई भी हटाना नहीं चाहता।इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस की आवश्यकता है।
(गुलजार सिंह मरकाम रासंगोंसक्रांआं)
Comments
Post a Comment