भारत के मूलनिवासी, मूल बीज को आव्हान-
“भारत का मूलनिवासी,कहलाना है तो शूद्रत्व से मुक्त होना पडेगा ।”
भारत का मूलनिवासी, आदिवासी हिन्दू नहीं तब मूलनिवासी कहा जाने वाला अनु जाति और अन्य पिछडा वर्ग ,हिन्दू कैसे ? यदि हिन्दू है तो चौथे वर्ण शूद्र का प्रतिनिधि है । जो मूलनिवासी दर्शन का हिस्सा नहीं । इस लिहाज से यह समूह भी विदेशी आर्य समूह का हिस्सा है । मूलनिवासी होने का एकमात्र मापदंड है ,शूद्रत्व से मुक्ति ! शूद्रत्व से मुक्त होना ही मूलनिवासी होने का प्रमाण है । मूलनिवासी होने के लिये मूल पहचान संस्क्रति को मजबूत करना होगा । केवल सरकारी सुविधा प्राप्त करने के लिये सूचि मात्र में शामिल होने से शूद्रत्व से मुक्ति या मूलनिवासी पहचान स्थापित नही किया जा सकता-gsmarkam
“भारत का मूलनिवासी,कहलाना है तो शूद्रत्व से मुक्त होना पडेगा ।”
भारत का मूलनिवासी, आदिवासी हिन्दू नहीं तब मूलनिवासी कहा जाने वाला अनु जाति और अन्य पिछडा वर्ग ,हिन्दू कैसे ? यदि हिन्दू है तो चौथे वर्ण शूद्र का प्रतिनिधि है । जो मूलनिवासी दर्शन का हिस्सा नहीं । इस लिहाज से यह समूह भी विदेशी आर्य समूह का हिस्सा है । मूलनिवासी होने का एकमात्र मापदंड है ,शूद्रत्व से मुक्ति ! शूद्रत्व से मुक्त होना ही मूलनिवासी होने का प्रमाण है । मूलनिवासी होने के लिये मूल पहचान संस्क्रति को मजबूत करना होगा । केवल सरकारी सुविधा प्राप्त करने के लिये सूचि मात्र में शामिल होने से शूद्रत्व से मुक्ति या मूलनिवासी पहचान स्थापित नही किया जा सकता-gsmarkam
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