"आदिवासी समुदाय हित में चिन्तन करने वाले आदिवासी मित्रों को अपने दलों और सन्गठनो की प्रतिबद्धता को उजागर करना चाहिए"
"आदिवासी समुदाय हित में चिन्तन करने वाले आदिवासी मित्रों को अपने दलों और सन्गठनो की प्रतिबद्धता को उजागर करना चाहिए"
विभिन्न राजनीतिक दलों में काम करने वाले उससे संबद्ध हमारे आदिवासी मित्र, जो आदिवासी समुदाय की सेवा करने की बात करते हैं उन्हें अपने अपने सम्बद्ध राजनीतिक दल के प्रति वफादार होना चाहिये । इस वफादारी के लिये उन्हे समुदाय को समाज सेवा के नाम पर अन्धेरे मे नही रखना चाहिये । समुदाय अपने आप आपको सहयोग या विरोध मे फैसला कर देगा । इसमे छदम वेष मे अपने आप को प्रस्तुत करने की आवश्यकता नही । कुछ कथित आदिवासी हित की बात करने वाले मित्र अपने दलो की पहचान को छुपाकर आदिवासी हित की बात करते है उन्हे छुपाने या शर्म करने की अपेक्षा खुलकर अपने सम्बद्ध दल की अब तक आदिवासी हित मे किये जा रहे कार्यो की प्रस्तुति दे । शोसल मीडिया मे जुडे मित्र अपनी पार्टी सम्बद्धता को क्यो छुपाते है । ना छुपाये ,इससे आपकी छवि आपके जुड़े सन्गठन और समुदाय मे सन्दिग्ध होती है । अपनी पार्टी सम्बद्धता को जरूर स्पष्ट करे । सम्बद्ध सन्गठन और समुदाय आपके क्रियाकलापो का मूल्यान्कन खुद कर लेगा । दोहरी मानसिकता और दिखावे की सामुदायिक चिन्ता मे ऐसे कार्यकर्ता घर के रहते ना घाट के । इसलिये कौन किस विचारधारा का है किस विचारधारा के दल और सन्गठन का वफादार है स्पष्ट करना चाहिये । अन्यथा आदिवासी समुदाय वर्षो से छल कपट के अन्धेरे साये मे अन्यो से तो छला जा रहा है अपनो से भी छला जाता रहेगा-gsmarkam
विभिन्न राजनीतिक दलों में काम करने वाले उससे संबद्ध हमारे आदिवासी मित्र, जो आदिवासी समुदाय की सेवा करने की बात करते हैं उन्हें अपने अपने सम्बद्ध राजनीतिक दल के प्रति वफादार होना चाहिये । इस वफादारी के लिये उन्हे समुदाय को समाज सेवा के नाम पर अन्धेरे मे नही रखना चाहिये । समुदाय अपने आप आपको सहयोग या विरोध मे फैसला कर देगा । इसमे छदम वेष मे अपने आप को प्रस्तुत करने की आवश्यकता नही । कुछ कथित आदिवासी हित की बात करने वाले मित्र अपने दलो की पहचान को छुपाकर आदिवासी हित की बात करते है उन्हे छुपाने या शर्म करने की अपेक्षा खुलकर अपने सम्बद्ध दल की अब तक आदिवासी हित मे किये जा रहे कार्यो की प्रस्तुति दे । शोसल मीडिया मे जुडे मित्र अपनी पार्टी सम्बद्धता को क्यो छुपाते है । ना छुपाये ,इससे आपकी छवि आपके जुड़े सन्गठन और समुदाय मे सन्दिग्ध होती है । अपनी पार्टी सम्बद्धता को जरूर स्पष्ट करे । सम्बद्ध सन्गठन और समुदाय आपके क्रियाकलापो का मूल्यान्कन खुद कर लेगा । दोहरी मानसिकता और दिखावे की सामुदायिक चिन्ता मे ऐसे कार्यकर्ता घर के रहते ना घाट के । इसलिये कौन किस विचारधारा का है किस विचारधारा के दल और सन्गठन का वफादार है स्पष्ट करना चाहिये । अन्यथा आदिवासी समुदाय वर्षो से छल कपट के अन्धेरे साये मे अन्यो से तो छला जा रहा है अपनो से भी छला जाता रहेगा-gsmarkam
Comments
Post a Comment