"लेखन विधा में आगे आने वाले मित्रों को समर्पित ।"
लेखन शैली विकसित करने के कुछ टिप्स इस समाचार पत्र में दिया गया है तो मैने सोचा कि इसका सदुपयोग कैसे हो इस बावद यह पोस्ट हमारे मित्रों को समर्पित है कारण कि लेखन और पत्रकारिता के मामले में आदिवासी समुदाय अन्य वर्गों से काफी पीछे दिखाई देता है । हालांकि मैने अपने पिछले एक पोस्ट "आओ अपना इतिहास लिखें" नाम के शीर्षक सें कुछ रास्ता निकालने का प्रयास किया है कि हम केसे लिखें जो मेंरे "अखण्ड गोंडवाना ब्लाग" में सुरक्षित है । यह पेपर कटिंग हमारे लेखन शैली में कुछ मार्ग दर्शन कर सकता तो है तो निश्चित ही इस पोस्ट की सार्थकता होगी ।-gsmarkam
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