प्रति,
माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी
मप्र शासन भोपाल
विषय :- 9 अगस्त 2019 का विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सामाजिक स्तर के विभिन्न आयोजनों में सक्षम अधिकारियों को उपस्थित होने के निर्देश
जारी करने बावद ।
महोदय जी,
उपरोक्त विषय में यह कि मप्र शासन द्वारा 9 अगस्त के लिये प्रदेश में सार्वजनिक अवकाष घोषित किये जाने के लिये धन्यवाद । तत्संबंध में प्रदेश के समस्त जिला कलेक्टरों को दिये निर्देश एवं मप्र आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा भी अनुसूचित घोषित विकास खण्डों में कार्यकृृम आयोजन के साथ राशि भी स्वीकृत की गई है यह भी प्रसंसनीय है । परन्तु माननीय महोदय जी मुझे लगता है कि जल्दबाजी में लिये गये कुछ निर्णय विश्व आदिवासी दिवस की गरिमा और उद्देश्य को कहीं ना कहीं चोट पहुंचाता प्रतीत होता है । कारण कि प्रदेश के बहुत से जिले तथा विकासखण्ड जिनमें आदिवासी बहुलता है जहां 9 अगस्त को प्रति वर्ष विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन होता है एैसे जिले या विकासखण्ड को भी शासकीय आयोजन में शामिल किया जाना आवश्यक है वहीं संयुक्त राष्ट् संघ,प्रति वर्ष आदिवासियों के किसी महत्वपूर्ण विषय को लेकर पूरे विश्व समुदाय के सदस्य दिशों को निर्देष जारी करता है । एैसे में मप्र सरकार आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त राष्ट् संघ के दिशा निर्देष "आदिम जनजातियों की भाषा" विषय के विपरीत इस आयोजन को "युवा महोत्सव" के रूप में घोषित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण प्रतीत होता है ।
अत: आपसे अनुरोध है कि 9 अगस्त 2019 को अन्य विकास की समीक्षा के साथ साथ जनजातियों की भाषा के संरक्षण संवर्धन और विकास के नाम पर कार्यक्रम आयोजित किये जाने के निर्देष जारी कर श्रेय और प्रेय का भागीदार बनें ।
धन्यवाद ! जय सेवा जय जोहार !!
भवदीय
(गुलजार सिंह मरकाम)
रा0 संयोजक
माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी
मप्र शासन भोपाल
विषय :- 9 अगस्त 2019 का विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सामाजिक स्तर के विभिन्न आयोजनों में सक्षम अधिकारियों को उपस्थित होने के निर्देश
जारी करने बावद ।
महोदय जी,
उपरोक्त विषय में यह कि मप्र शासन द्वारा 9 अगस्त के लिये प्रदेश में सार्वजनिक अवकाष घोषित किये जाने के लिये धन्यवाद । तत्संबंध में प्रदेश के समस्त जिला कलेक्टरों को दिये निर्देश एवं मप्र आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा भी अनुसूचित घोषित विकास खण्डों में कार्यकृृम आयोजन के साथ राशि भी स्वीकृत की गई है यह भी प्रसंसनीय है । परन्तु माननीय महोदय जी मुझे लगता है कि जल्दबाजी में लिये गये कुछ निर्णय विश्व आदिवासी दिवस की गरिमा और उद्देश्य को कहीं ना कहीं चोट पहुंचाता प्रतीत होता है । कारण कि प्रदेश के बहुत से जिले तथा विकासखण्ड जिनमें आदिवासी बहुलता है जहां 9 अगस्त को प्रति वर्ष विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन होता है एैसे जिले या विकासखण्ड को भी शासकीय आयोजन में शामिल किया जाना आवश्यक है वहीं संयुक्त राष्ट् संघ,प्रति वर्ष आदिवासियों के किसी महत्वपूर्ण विषय को लेकर पूरे विश्व समुदाय के सदस्य दिशों को निर्देष जारी करता है । एैसे में मप्र सरकार आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त राष्ट् संघ के दिशा निर्देष "आदिम जनजातियों की भाषा" विषय के विपरीत इस आयोजन को "युवा महोत्सव" के रूप में घोषित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण प्रतीत होता है ।
अत: आपसे अनुरोध है कि 9 अगस्त 2019 को अन्य विकास की समीक्षा के साथ साथ जनजातियों की भाषा के संरक्षण संवर्धन और विकास के नाम पर कार्यक्रम आयोजित किये जाने के निर्देष जारी कर श्रेय और प्रेय का भागीदार बनें ।
धन्यवाद ! जय सेवा जय जोहार !!
भवदीय
(गुलजार सिंह मरकाम)
रा0 संयोजक
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