"अस्तीन के सांपों से सावधान"
"वादा किया है तो निभाना पड़ेगा,
"वादा किया है तो निभाना पड़ेगा,
नहीं निभाया तो भुगतना पड़ेगा"
मध्य प्रदेश सरकार ने जनता पर कोई नया टैक्स नहीं लगा कर अच्छा काम किया है पर वन भूमि के काबीजों पर लगातार अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाकर माननीय मुख्य मंत्री जी के निर्देशों की अवहेलना सरकार को महंगी पड़ सकती है।
किसानों की कर्ज माफी के नाम पर कमलनाथ सरकार कटघरे में आ सकती है। जिलों में प्रशासनिक अधिकारी यह कह रहे हैं की यह केवल फसल ऋण योजना के तहत कर्ज माफी हुई है बाकी पम्प,ट्रैक्टर या अन्य काम जोकि कृषि से संबंधित हैं,(जबकि वचनपत्र में किसानों की कर्ज़ माफी का वचन दिया गया है ) का कर्ज लिया है तो उसे पटाना पड़ेगा इससे किसान आहत है अंदर ही अंदर कर्ज माफी के नाम पर किसानों में असंतोष पैदा हो रहा है। जो भविष्य में कमलनाथ सरकार के विरुद्ध जाने की संभावना है जिसका उपयोग विपक्षी दल कर सकता है। इसलिए जैसा कहा है वैसा किया जाए।
(गुलजार सिंह मरकाम राष्ट्रीय संयोजक गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन)
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