हम अपने आप को कहां पाते हैं,वहीं से बेहतर काम कर सकते हैं।
:-यही जाति सेवा,समुदाय सेवा,समाज सेवा है। संविधान के दायरे में रहकर कर रहे हैं ,इसलिए देश सेवा भी है।:-
"देश प्रदेश स्तर में गठित पंजीकृत/अपंजीकृत महत्वपूर्ण स्वयं सेवी संगठन"
(१)जाति संगठन
(२)समुदायिक संगठन
(३)सामाजिक संगठन
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(१)जाति संगठन :- उद्देश्य संविधान के दायरे में रहकर केवल जातीय इकाई का समग्र उत्थान
(२) समुदायिक संगठन :-
उद्देश्य, संविधान के दायरे में रहकर केवल अन्य सहोदर जातीय समूहों (वर्ग)का समग्र उत्थान
(३) सामाजिक संगठन :-
उद्देश्य , संविधान के दायरे में रहकर विभिन्न जातीय,सामुदायिक, वर्गीय समूह में बंटे सम्पूर्ण भाग का समग्र उत्थान ।
(गुलजार सिंह मरकाम राष्ट्रीय संयोजक गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन)
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