"सच सुनता नहीं बोलता है"
हम तो बेवकूफ हैं थोड़े में हीं झुक जाते हैं।
समाज का वास्ता देकर हमें वो छल जाते हैं।।
तमाम कोशिशें तरकीबों को भी आजमाया।
एक वो शख्स हैं जो, चुपके दगा दे जाते हैं।।
इतना तो अक्ल है करतूत उनकी ना समझें ।
फिर भी खुली आंखों में वे,धूल झोंक जाते हैं ।।
जिसको कहना है,उस तक पहुंच जाये ये खत ।
लोग तो डाक को भी चुपके से पढ़ जाते हैं ।।
इस हकीकत की इबारत को भले ही ना समझो।
ये तो इक दर्द है कभी लिखते में आ जाते हैं ।।
-Gsmarkam
हम तो बेवकूफ हैं थोड़े में हीं झुक जाते हैं।
समाज का वास्ता देकर हमें वो छल जाते हैं।।
तमाम कोशिशें तरकीबों को भी आजमाया।
एक वो शख्स हैं जो, चुपके दगा दे जाते हैं।।
इतना तो अक्ल है करतूत उनकी ना समझें ।
फिर भी खुली आंखों में वे,धूल झोंक जाते हैं ।।
जिसको कहना है,उस तक पहुंच जाये ये खत ।
लोग तो डाक को भी चुपके से पढ़ जाते हैं ।।
इस हकीकत की इबारत को भले ही ना समझो।
ये तो इक दर्द है कभी लिखते में आ जाते हैं ।।
-Gsmarkam
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