"ईवीएम" पर संदेह मत करो ! उपचुनाव, पतंग की डोर को जानबूझकर ढीला किया गया है ताकि आप भ्रम में रहें कि "ईवीएम मशीन " में कोई गडबडी नहीं । उपचुनाव में सरकार बनती है ना बिगडती है । इसलिये इस पर अमित,मोदी जोर लगाना नहीं चाहते । उनकी जरूरत तो मप्र,राजस्थान और छग पर है जिसमें २०१९ के आमचुनाव(लोकसभा) पर विपरीत असर पडेगा । इस चुनाव में मिश्रित परिणाम लाये जायेंगे । जिसमे कॉग्रेस भी ईवीएम पर सवाल खडा नहीं करेगा । यह भाजपा को बाकोबर देने का अंतिम पडाव होगा । इस जीत के बाद भारत देश वर्तमान संविधान के बंधन से मुक्त हो जायेगा । तब सत्ता का संविधान चलेगा ,संविधान की सत्ता नहीं ! राजनीति की भविष्य द्रष्टि यही दिखाती है ।-gsmarkam