मप्र में *गोंडवाना" की राजनीति कर्नाटक की तरह "जेडीएस" की भूमिका में होगी ।
देश की जनता अब कॉग्रेस -भाजपा जैसे विदेशी विचारधारा के राष्ट्रीय दलों को नकारने लगी है । तथा देशी विचारधारा यानी राज्यो की स्थानीय पार्टियो को मजबूत करने लगी हैं । सारे देश के राज्यो का मूल्यॉकन करें तो कथित राष्ट्रीय दल लगातार अपना जनाधार खोते जा रहीं हैं ।उन्हें हर जगह छेत्रीय दलों से गठबंधन कर सरकार बनानी पड रही है । जनता को अब राष्ट्रीय समस्या को राज्य का मुद्दा बनाने का बहाना बनाकर राज्यों से वोट नहीं लिया जा सकता । मतदाता अब लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर तथा राज्यों के चुनाव राज्य के मुद्दों के इर्द गिर्द चाहता है । अन्य राज्यों की तरह मप्र में गोंडवाना आंदोलन को मजबूत करने का प्रयास जारी है ताकि गोडवाना के बिना किसी की सरकार ना बने , सरकार बने तो गोंडवाना की बने ।-gsmarkam
देश की जनता अब कॉग्रेस -भाजपा जैसे विदेशी विचारधारा के राष्ट्रीय दलों को नकारने लगी है । तथा देशी विचारधारा यानी राज्यो की स्थानीय पार्टियो को मजबूत करने लगी हैं । सारे देश के राज्यो का मूल्यॉकन करें तो कथित राष्ट्रीय दल लगातार अपना जनाधार खोते जा रहीं हैं ।उन्हें हर जगह छेत्रीय दलों से गठबंधन कर सरकार बनानी पड रही है । जनता को अब राष्ट्रीय समस्या को राज्य का मुद्दा बनाने का बहाना बनाकर राज्यों से वोट नहीं लिया जा सकता । मतदाता अब लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर तथा राज्यों के चुनाव राज्य के मुद्दों के इर्द गिर्द चाहता है । अन्य राज्यों की तरह मप्र में गोंडवाना आंदोलन को मजबूत करने का प्रयास जारी है ताकि गोडवाना के बिना किसी की सरकार ना बने , सरकार बने तो गोंडवाना की बने ।-gsmarkam
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