"फेसबुक परिदृष्य"
गोंडवाना/आदिवासी की भाषा धर्म संस्कृति तथा स्वाभिमान सम्मान इज्जत की बात करने वाले कुछ फेसबुक मित्र गोंडवाना/आदिवासी विरोधी विचारधारा के गैर आदिवासी नेताओं के स्वागत और जयकारा करते नजर आने लगे हैं । इसे क्या संज्ञा दी जा सकती है । इसके क्या मायने निकाले जाना चाहिये । यदि
मित्रों में आदिवासियत जिंदा है तो किसी गैर आदिवासी नेता या संगठन की जयकार में शामिल मत होओ । आदिवासियत पर अपना माईंड सेट करो ।-gsmarkam
गोंडवाना/आदिवासी की भाषा धर्म संस्कृति तथा स्वाभिमान सम्मान इज्जत की बात करने वाले कुछ फेसबुक मित्र गोंडवाना/आदिवासी विरोधी विचारधारा के गैर आदिवासी नेताओं के स्वागत और जयकारा करते नजर आने लगे हैं । इसे क्या संज्ञा दी जा सकती है । इसके क्या मायने निकाले जाना चाहिये । यदि
मित्रों में आदिवासियत जिंदा है तो किसी गैर आदिवासी नेता या संगठन की जयकार में शामिल मत होओ । आदिवासियत पर अपना माईंड सेट करो ।-gsmarkam
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