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"मीडिया के गोलमोल संदेश और तोडमोड कर छपी खबरों से परहेज करें"

"मीडिया के गोलमोल संदेश और तोडमोड कर छपी खबरों से परहेज करें"
आप सभी जानते हैं कि पार्टियों की तरह मीडिया भी किसी दल के प्रति आस्था रखता है । किसी कमजोर या कच्चे नेता को घेरकर उससे कुछ भी उगलवाकर, अपना लच्छ्य साध लेता है । इसलिये गोंगपा के हर पदाधिकारी को चाहिये कि वह केवल पार्टी गाईड लाईन पर ही कोई इन्टरव्यू या प्रेस विग्यप्ति जारी करें । अन्यथा आपके वक्तव्यों को तोडमरोड कर छपी प्रेस समाचार का खंडन वह पेपर नहीं करेगा तब तक बात बिगड चुकी होती है । इसलिये सभी कार्यकर्ता पदाधिकारियो से अनुरोध है कि मप्र गोगपा के संबंध में समाचार पत्रों में छपने वाले हर समाचार की वैधता के संबंध में गोंगपा के रा०का०अध्यच्छ एवं प्रभारी मप्र तिरूमाल मनमोहन शाह वट्टी जी से जानकारी ले लें । कुछ दिन बाद पार्टी पालिसी के आधिकारिक बयान के लिय अच्छा प्रवक्ता बना दिया जायेगा ,वही समाचार पार्टी का आधिकारिक समाचार होगा । इसलिये अभी किसी अच्छे बुरे समाचार से विचलित होने की आवश्यकता नहीं, ना ही अनर्गल बयानबाजी पर ध्यान दिया जाय । गोंडवाना की सरकार बनाने की बात करने के साथ साथ उतना मानसिक रूप से परिपक्व भी होना है । चुनाव तिथि की घोषणा के साथ दुश्मन भी अपने काम में लग चुके हैं । अनुभव कहता है कि चुनाव घोषणा के पहले चरण में ही बहुत से अधपके कार्यकर्ता मीडिया के इस जाल में उलझकर आपस में खीचातानी करते हुए एक दूसरे दूर होने लगते हैं । इसलिये मीडिया के इस "टोह लेने " वाले प्रथम चरण का मुकाबला संगठन की "आधिकारिक संदेश" की पुष्टि करके करें । हवा की बातों पर विश्वास ना करें । गोंडवाना को २०१८ के समर को जीतना है इसलिये हर सिपाही सजग रहे । यह भी ध्यान रहे कि मप्र के लिये बने पार्टी गाईड लाईन का यदि उल्लंघन होता दिखे तो सामाजिक संगठनों की देखरेख में बनी समन्वय समिति इस पर हस्ताछेप कर जनहित में अपना अंतिम निर्णय देने के लिये सच्छम है ।-gsmarkam

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